#BanPFI कर रहा हैं ट्वीटर पर ट्रेंड इसके पीछे की मुख्य वजह हैं, ईडी द्वारा 2018 से पीएमएलए के तहत पीएफआी की जाँच कर रहा था। उसने कहा हैं, सीएए के खिलाफ जो भी उत्तर प्रदेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन किये जा रहे थे उसमें केरल में स्थित संगठन पीएफआई के साथ वित्तिय संबध था।
विस्तार-
प्रवर्तन निर्देशालय द्वारा नागरिकता संसोधन अधिनियम के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हो रहे हिंसक विरोध तथा प्रदर्शन की जाँच 2018 से पीएमलए के तहत कर रहा हैं। जाँच में एंजेसी ने पाया हैं, कि जबसे एक्ट पास हुआ हैं तबसे यूपी के पश्चिमी भागो में बैक खातो में 120 करोड रूपये पीएफआई द्वारा जमा किये गये हैं।
ईडी ने आगे कहा कि ये संदेह की बात हैं और आरोप लगाया कि इन फंडो का प्रोग पीएफआई से जुड़े लोगो ने यूपी के विभिन्न भागो में एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शनो को बढ़ावा देने के लिये किया था। उन्होने कहा कि इस बात कि पुष्टि हम रिपोर्ट के निष्कर्षो के जरिये कर रहे हैं।
उन्होने आगे कहा हैं, इन निष्कर्षों को गृहमंत्रालय द्वारा भी साझा किया गया हैं। यूपी पुलिस द्वारा पहले ही इन भारतीय नागरिक मोर्चा यानि पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। और आज ट्वीटर पर भी BanPFI की माँग की जा रही हैं।
क्या पाया ईडी ने जाँच में-
ईडी द्वारा जाँच में पाया गया हैं, कि बैंक में जमा किये गये कुछ विदेशी तटों से भी रूपये भेजे गये हैं। और कुछ निवेश फर्मों के खातो में भी भेजा गया था। एक राष्ट्रीय जाँच ऐंजसी द्वारा एफआईआर और पीएफआईआर के खिलाफ आरोप पत्र में ईडी के खिलाफ पीएमएलए में भी ये मामला दर्ज कराने का आधार बनाया था।
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