आज ट्वीटर इंडिया पर #Boycott Tanishq और #Stop promoting love jihad ट्रेंड कर रहा हैं, जिसको देखकर लोगो के मन में यही सवाल उठ रहा हैं, कि ऐसा क्या किया हैं, तनिश्क ने जो ट्वीटर पर #Boycott Tanishq और #Stop promoting love jihad ट्रेड कर रहा हैं, चलिए हम आपको बताते हैं इसके बारे में, बॉयकट तनिश्क
क्यो #Boycott Tanishq ट्रेंड कर रहा हैं-
जैसे का कि इस समय शादी और त्योैहार का सीजन आ रहा है, जिसके चलते टाटा ग्रुप की ज्वैलरी प्रोडक्शन तनिश्क ने अपने ज्वैलरी के प्रमोशन के लिए एक विज्ञापन जारी किया।जिसके बाद ट्वीटर इंडिया पर सुबह से #Boycott Tanishq और #Stop promoting love jihad ट्रेंड कर रहा हैं।
इस Add में एक हिन्दू लड़की की शादी एक मुस्लिम लड़के से होते हैं, उस लड़की का बेबी शावर होता हैं, जिसमें उसकी मदर-इन-लॉ सभी रीति-रिवाज हिन्दू धर्म और मुस्लिम धर्म दोनो के अनुसार करने की सोचती हैं। इस ऐड में यह भी दिखाया गया हैं, कि मु्स्लिम परिवार में उस लड़की को बिल्कुल अपने बेटी की तरह प्यार करते हैं, और वो लोग इस तरह से अपनी बहू का बेबी शावर करने की तैयारी करते हैं, जो आम तौर पर नहीं देखा जाता हैं। इस विज्ञापन में दो धर्मो के संस्कृति को खूबसूरत तरीके से दर्शाया गया हैं।
जिसके बाद ट्वीटर पर #Boycott Tanishq और #Stop promoting love jihad ट्रेंड कर रहा हैं। लोगो का मानना हैं, कि तनिश्क के इस विज्ञापन में लव-जिहाद को प्रमोट किया जा रहा हैं। बॉयकट तनिश्क
क्या होता हैं, लव-जेहाद-
लव-जिहाद का मतलब हैं, कि कथित रूप से मुस्लिम लड़का द्वारा गैर-मुस्लिम समुदायों से जुड़ी लड़कियों को इस्लाम धर्म में परिवर्तन के लिए अपने प्यार में फसाना इस बात को सुप्रीम कोर्ट ने माना हैं, लेकिन लव जेहाद शब्द को किसी भी प्रकार की कानूनी-मान्यता नहीं प्राप्त हैं।
इसकी शुरूआत केरल हाईकोर्ट में 25 मई को हिंदू महिला अखिला अशोकन की शादी को रद्द करा कर हुई थी, आपको बता दे कि अशोकन ने 2016 दिसबंर में मुस्लिम व्यक्ति शफीन से निकाह किया था। अखिला ने धर्म परिवर्तन करके हादिया नाम रखकर शफीन से निकाह कर लिया था। जिसके बाद अखिला के माता-पिता केरल हाईकोर्ट पहुँचे और आरोप लगाया कि उनकी बेटी को आतंकवादी संगठन आईेसआईएस में फिदायीन बनाने के लिए लव-जेहाद कराया गया हैं। जिसके बाद केरल हाईकोर्ट ने अखिला और शफीन की शादी को रद्द कर दिया था। जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया था।
क्या फैसला सुनाया सुप्रीम कोर्ट ने-
जब अखिला उर्फ हादिया का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँचा तो इस मामले की जांच करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिस तरह से ब्लू व्हेल गेम में किसी भी लड़के या लड़की को एक ऐसा टास्क दिया जाता हैं, जिसके बाद वो अंत में सुसाइड कर लेते हैं। इसी तरह किसी खास मकसद के लिए किसी को राजी करना आसान हो गया हैं, आजकल जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जाँच व रिपोर्ट जो केरल पुलिस से मिली और पीड़िता से बात करने के बाद अपना फैसला सुनाने को कहा।
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