Corona Second Wave कोरोना महामारी इस समय भारत के लिए किसी प्रलय से कम नहीं है। हर रोज कोरोना से आने वाले नए मामलो की संख्या में वृद्धि हो रही है। देश के अलग अलग हिस्सों में तरह तरह की पाबंधियाँ लगी है। सभी राज्य केंद्र सरकार से ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ने का आग्रह कर रहे है। वही इस महामारी में भी कुछ निर्लज्ज और बेशर्म लोग जीवनदायनी दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे है। जो की समाज के एक क्रूर और मूढ़ प्रवत्ति को दर्शाता है।
उत्तरप्रदेश में हाल बेहाल -
उत्तरप्रदेश में इस समय कोरोना अपना कहर दिखा रहा है। कई जगहों पर कोरोना के मामलों में ऐसी तेजी देखने को मिली है जोकि सरकारी व्यवस्था के हाथ के बहार हो चुकी है। वही प्रदेश में हर दिन तीस हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किये जा रहे है। वही मृतकों की संख्या में भी काफी इजाफा दिखाई दे रहा है। लेकिन सूत्रों की माने तो सरकार मरने वालो के आंकड़ों को छुपा रही है।
कानपुर में 476 शवदाह -
कानपुर में बीते गुरुवार के दिन घाट और शमशानों में शवों की लाइन सी लग गयी। आलम यह था की सूर्य अस्त के बाद भी शवदाह चल रहा है। और ये केवल एक दिन की बात नहीं है। वहा काम करने वालो की माने तो बीते कई दिनों से हर रोज कई ज्यादा शव आ रहे है। गुरूवार के दिन आने वाले शवों की संख्या तो भयावह है। गुरूवार के दिन केवल कानपुर में ही 476 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। Corona Second Wave
वही सरकारी आंकड़ों में केवल 3 मौतों की बात कही गयी। और देर शाम 6 और मृत्यु की सरकारी वेबसाइट पर पुष्टि की गयी। भैरवघाट पर 90 भैरवघाट विद्युत शवदाह घर 62 बिठूर 80 भगवतदास शमशान घाट 45 भगवतदास घाट विद्युत 08 स्वर्गाश्रम 50 सिद्धनाथ घाट 40 ड्योढ़ी घाट 70 नजफगढ़ घाट 16 सफीपुर, नागपुर, डोमनपुर घाट 15 जो की कुल 476 है।

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लखनऊ का हाल बेहाल -
कोरोना महामारी की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा लखनऊ में अपना असर दिखा रही है। लखनऊ में हर दिन पांच हजार से अधिक केस आ रहे है। लेकिन यहाँ भी प्रशसन पर कोरोना से होने वाली मृत्यु की संख्या का उचित ब्यौरा न देने का आरोप लगा है। शवदाह ग्रहो से आने वाली तस्वीरें काफी दर्दनाक है। हर जगह शवदाह के लिए लोग कतार में खड़े है। Corona Second Wave
अन्य जगहों पर हाल बेहाल -
उत्तरप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का असर कानपुर वाराणसी, इलाहबाद, लखनऊ गोरखपुर और गाजियाबाद समेत कई शारो में काफी अधिक है। गाजियाबाद में तो कोरोना मृतकों की संख्या इतनी ज्यादा है की शवों को शमशान के बाहर जलना पढ़ रहा है। गोरखपुर में भी कई मरीज समय पर उचित उपचार न मिलने से मर रहे है। वही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आने वाली तस्वीरें दिल दहलाने वाली है।
लोगो को शव ले जाने की व्यवस्था तक नहीं है। हालही में एक महिला अपने मृत पुत्र का शव रिक्शा में ले जाती दिखी। महामारी के दौरान आने वाली इस तरह तस्वीरें सरकार की नाकामियों का एक आइना है। Corona Second Wave
ऐसे में सरकार द्वारा मृत्यु के आंकड़ों को छुपाना कितना सही है यह एक सवाल है। वही सरकार और राजनीतिक दल इस समय भी चुनावी रैलियों करते दिख रहे है। जो की शर्म की बात है।
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