पूरी दुनिया इस समय कोरोना महामारी से लड़ रहा है। दिन प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन अभी तक इसकी वैक्सीन बनकर तैयार नहीं हो पायी है। लेकिन खबरों की माने तो चीन ने वैक्सीन तैयार कर ली है और वैक्सीन के तीसरे चरण के क्लिनिकल परिक्षण चल रहा है। यह जानकारी वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनी सिनोवैक के सीईओ यीन वेईदोंग के द्वारा दी गयी। कोरोना की वैक्सीन सबसे पहले पाने वाले देश ब्राजील, इंडोनेशिया और तुर्की है। इन तीनो देशो को पहले वैक्सीन प्रदान की जाएगी। Corona Vaccine Update
किस-किस देश में शुरू हो चुका हैं, परीक्षण-
यीन वेईदोंग ने बताया की 21 जुलाई को ब्राजील में, 1 अगस्त को इंडोनेशिया में और 16 सितम्बर को तुर्की में तीसरे चरण के क्लिनिकल परिक्षण की शुरुआत की है। और इसके साथ बांग्लादेश में भी परिक्षण के लिए हमें आदेश मिल गया है। लेकिन प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले ब्राजील, इंडोनेशिया और तुर्की को ही वैक्सीन दी जाएगी उसके बाद ही किसी और देश को दी जा सकती है। कंपनी वैक्सीन की उत्पादन छमता को बढ़ाने के लिए एक विनिर्माण सयंत्र को स्थापित कर रही है।
इस वैक्सीन का क्या लागत हैं-
वेईदोंग से वैक्सीन का लागत क्या होगा ये पूछने पर उन्होंने कहा की इसका लागत कई तरह के कारकों पर निर्भर करेगा जिसकी अभी कोई जानकारी नहीं है की वैक्सीन की क्या मूल्य होने वाली है। और यह भी कहा की यह वैक्सीन इस साल के अंत तक बाजारों में आने की बात भी कही। चीन ने जून महीने में ही कोरोना की वैक्सीन के लिए विश्व स्वास्थ संगठन से आपात मंजूरी ले ली थी।
तब चीन ने उस वैक्सीन के लिए मानव पर परिक्षण भी नहीं शुरू किये थे। इस प्रकार डब्ल्यूएचओ चीन की इन हरकतों को नजर अंदाज करने की वजह से एक और विवाद खड़ा हो सकता है। इससे पहले ही अमेरिका समेत कई देशो की नाराजगी डब्ल्यूएचओ को झेलनी पड़ी थी जब चीन में कोरोना को महामारी घोषित करने में देरी की थी।
क्या कहा इसपर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप-
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 23 सितम्बर को सयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने अधिवेशन में यह तक कह डाला की डब्ल्यूएचओ को चीन द्वारा डिजिटल तौर पर नियंत्रण किया जा रहा है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के मेडिकल साइंस के प्रमुख जेंग जोंगवेई ने बताया की डब्ल्यूएचओ ने हमें जून में ही वैक्सीन के आपात इस्तेमाल करने को स्वीकृति दे गयी थी।
यह भी कहा की इस वैक्सीन का इस्तेमाल चिकित्सा कार्य और अन्य खतरे भरे कामो में लगे लोगो के लिए था। अभी वैक्सीन ने तीसरे चरण का मानव परिक्षण नहीं हुआ है। और यह भी दवा किया की वैक्सीन चीन के औषधि कानूनों के मुताबिक और डब्ल्यूएचओ के द्वारा दी गई गाइडलाइंस के अनुरूप ही खतरे वाले समूहों को ही दी गयी है।
क्या कहा चीन ने-
चीन के नेशनल बायोटिक ग्रुप के प्रमुख यांग जियाओमिंग ने बताया की लग भाग 3.5 लाख लोगो को यह वैक्सीन मानव परिक्षण होने के पहले दी गयी। और इसके तीसरे चरण का परिक्षण चल रहा है। इन सब परिस्थितियों को देख रूस भी टीके को आपात मंजूरी के तहत लोगो को टिका देना शुरू कर दिया है। Corona Vaccine Update
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