कोरोना की वजह से जेईई मेन्स की परीक्षा को लेकर आये दिन तारीखो को आगे बढ़ाने की बात कही जा रही थी। जिसको लेकर छात्रो और राज्यो द्वारा सुप्रीमकोर्ट में अपील भी की गयी थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट और शिक्षामंत्री ने यूजीसी द्वारा तय तारीख पर ही परीक्षा करायी जाने की बात कही थी उनका कहना था कि छात्रो का ये साल बर्बाद नहीं होना चाहिए। और आज के दिन जेईई मेन्स की परीक्षा का प्रथम दिन था।
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कोरोना की वजह से जेईई मेन्स की परीक्षा को लेकर काफी अटकले देखने को मिली थी। लेकिन आज परीक्षा प्रथम दिन की परीक्षा पूर्ण हुई। छात्रो द्वारा बताया गया कि जेईई मेन्स की परीक्षा तो ठीक रही हैं। लेकिन प्रशांसन को और व्यवस्थाओं पर ध्यान देना चाहिए। आज के दिन कुल उत्तर-प्रदेश में 66 केन्द्रो पर परीक्षा करायी गयी थी। जिसमें से इस बार कुल 1 लाख से ज्यादा छात्रो परीक्षा दे रहे हैं।
क्या कहना हैं, छात्रो का -
छात्रो द्वारा बताया गया हैं, कि पेपर तो ठीक था लेकिन बहुत से केन्द्रो पर सोशल डिसेन्सिगं की धज्जियाँ उठायी गयी हैं। वहीं कई केन्द्रो पर सेनेटाइजर और बाकी व्यवस्थाये ठीक थी। तो वही कई छात्रो को परिवहन को लेकर काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा हैं। तथा छात्रो को सेंटरो पर पहनने के लिए मास्क भी दिया गया हैं। दिल्ली जैसे शहरो में ओला कैब की स्ट्राइक के चलते छात्रो ने बताया की उन्हे डर था कि कही उनका पेपर ना छूट जाये। कई छात्रो द्वारा यह भी कहा गया हैं, कि जेईई मेन्स की परीक्षाओ की तारीखो को सरकार द्वारा बढ़ाया जाना चाहिए था।
तो वही कई छात्रो का मानना हैं, की एक्जाम हो जाने की वजह से वह लोग रिलेक्स फील कर रहे हैं। उनका कहना हैं, कि कई बच्चे ऐसे हैं, जो प्राइवेट कॉलेजो में एटमिशन ले लेगे। लेकिन कई बच्चे ऐसे है, जो आईआईटी के का एक्जाम क्वालीफाई करके एडमिशन लेना चाहते हैं। उनके लिए पेपर देना जरूरी था। तथा कोविड-19 कबतक खत्म होगा इसके बारे में किसी को पता भी नहीं हैं। इसलिए पेपर का हो जाना सही हैं।
किस विषय में छात्रो को दिक्कत थी -
जेईई मेन्स के पेपर को लेकर छात्रो ने बताया हैं, कि मैथ्य का पेपर थोड़ा मुश्किल था। लेकिन वहीं कई छात्रो का कहना हैं, कि पेपर ज्यादा कठिन नहीं था। और पेपर अच्छा हुआ हैं, तथा वो लोग अपने द्वारा किये गये प्रदर्शन से काफी खुश हैं।
देशभर में कितने छात्र एक्जाम दे रहे हैं -
आईआईटी, एनआईटी और केन्द्र पोषित तकनीकी संस्थानों में इंजीनियरिगं कोर्स में रूचि रखने वाले देशभर में 9 लाख से ज्यादा छात्रो ने फार्म भरे हैं। अब जब सारे एक्जाम पूर्ण हो जायेगे तब पता चलेगा, कि कितने छात्रों ने इस साल एक्जाम दिया हैं।
किन-किन जगह की सरकारो ने की छात्रो के लिए परिवहन की व्यवस्था -
छात्रो को परिवहन संबधी मुश्किलो का सामना ना करना पड़े इसके लिए मुम्बई सरकार ने 46 अत्तरिक्त ट्रनो की व्यवस्था की हैं। तथा राजस्थान सरकार ने जेईई व नीट के छात्रो के लिए निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था की हैं। छात्र प्रवेश पत्र दिखा कर निःशुल्क यात्रा कर पायेगे। लेकिन छात्रो के पास मास्क और सेनेटाइजर होना अनिवार्य होगा।
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