Har Ghar Tiranga/ Har Ghar Tiranga Campaign/ 75th Independence Day / Azadi Ka Amrit Mahotsav/ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत के 75वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आजादी का अमत्र महोत्सव के तहत #HarGharTiranga शुरू किया हैं। जिसमें RSS द्वारा तिरंगा ना लहराए जाने पर सवाल उठ रहे हैं।
Har Ghar Tiranga Campaign-
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी (Prime Minister Narendra Modi) न जी द्वारा भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा हैं। इस महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री जी ने हर भारतवासी से अपील की हैं, कि वो अपने प्रोफाइल फोटो या अपने घरो पर झंडा 13 से 15 अगस्त तक लहराना हैं।
why rss not hoist indian flag (आरएसएस ने 52 सालो तक तिरंगा क्यो नहीं फहराया)-
तिरंगा’ भारत की आन-बान-शान है। हर भारतीय बड़े गर्व से अपने देश का झंडा फहराते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं, आरएसएस द्वारा 52 सालो तक तिरंगा झंडा क्यो नहीं फहराया गया हैं। "नेशनल फ्लैग कोड" के तहत RSS के लिए तिरंगा फहराना अपराध की श्रेणी में आ गया।
नेशनल फ्लैग कोड क्या हैं-
इतिहासकारो का कहना हैं,कि आजादी के बाद से संघ की लोकप्रियता बढ़ती गयी जिसके चलते लोकप्रियता को रोकने के लिए ही राष्ट्रीय तिरंगा नियम यानी नेशनल फ्लैग कोड लाया गया था।
National Flag Code को 1950 में लागू किया गया था। इस कोड के मुताबिक निजी स्थलों पर तिरंगा फहराना वर्जित कर दिया गया। अब तिरंगा सिर्फ सरकारी इमारतों पर कुछ खास लोगों द्वारा ही फहराया जा सकता था। यदि कोई व्यक्ति इसका उल्लंघन करता तो उसे सश्रम कारावास का भी प्रावधान किया गया था।
कानूनन अब तिरंगा संघ की शाखाओं में नही फहराया जा सकता था, क्योंकि यह प्राइवेट जगह थी।
2002 में मिली प्राइवेट जगहो पर तिरंगा फहराने की स्वतंत्रता-
कांग्रेस के Member of Parliament नवीन जिंदल ने अपनी फैक्ट्री ‘जिंदल विजयनगर स्टील्स’ में तिरंगा फहराया, तो लोगो ने इसका विरोध किया। जिसके बाद से ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक चला गया। जहाँ पर 8 सालो तक सुवलाई चली।
जिसके तहत 1994 से शुरू इस लड़ाई को 2002 में सफलता मिली। 2002 में सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल फ्लैग कोड में निजी क्षेत्रों में भी तिरंगा फहराने की स्वतंत्रता को जोड़ने के लिए स्वतंत्रता प्रदान कर दी।
हर घर तिरंगा मुहिम के तहत अब दिन व रात समय फहराए जाने की अनुमति रहेगी। इसके अलावा अब पॉलिएस्टर और मशीन से बने राष्ट्रीय ध्वज को भी फहराया जा सकता है।