नीट जेईई की परीक्षा के लिए जारी किये निर्देश शनिवार को शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल ने बताया हैं, कि नीट और जेईई की परीक्षाये यूजीसी द्वारा तय की तारीख पर ही करायी जायेगी। इसमें कोई बदलाव नहीं किये जायेगे। तथा कोविड-19 के चलते विशेष निर्देश जारी किये हैं। ये निर्देश छात्रो तथा परीक्षाकेन्द्रो दोनो के लिए जारी किये गये हैं।
क्या हैं, नयी गाइडलाइन -
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने अपने बयान में कहा हैं, कि जो छात्र यूजीसी द्वारा कोरोना को लेकर सारे नियम का पालन करेगे उनको कोई भी खतरा नहीं होगा। उन्होने ने कहा यदि कोई भी विद्यार्थी कोरोना पॉजीटीव हैं या उसके शरीर का तापमान उच्च हैं, तो वो आइसोलेशन कक्ष में बैठ कर परीक्षा देगा। लेकिन लोगो के मन में यही चिन्ता हैं, कि कही इसके वजह से संक्रमण अन्य बच्चो में ना फैल जाये।
क्या व्यवस्था की गयी हैं, आइसलोशन वार्ड में -
जिन छात्रो की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटीव हैं या उनके शरीर का तापमान उच्च हैं, उनके लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की परीक्षा केन्द्रो पर करायी जायेगी। तथा उस आइसोलेशन वार्ड में विशेष इनविजिलेटर तैनात किया जायेगा।
क्या-क्या निर्देश छात्रो के लिए जारी किये गये हैं -
नीट जेईई की परीक्षा को लेकर सरकार द्वारा ये निर्देश भी जारी किये हैं, कि सभी छात्रो के पास कम से कम 3 लेयर का मास्क होना चाहिए। तथा साथ ही साथ एक पारदर्शी वॉलपेन होना चाहिए। और छात्रो के पास एक पासपोर्ट साइज फोटो होना आवश्यक हैं। तथा ये भी जरूरी हैं, कि प्रत्येक छात्र 50 मि.ली. का एक-एक हेन्ड सेन्टाइजर लेकर अपने साथ अवश्य आये। तथा छात्र एक दूसरे से कम से कम 6 फीट की दूरी पर रहे।
कहाँ-कहाँ कराये जायेगे एक्जाम -
इस बार कोरोना के चलते एक्जाम सेन्टरो की संख्या को बढ़ा दिया हैं, ताकि छात्रो के बीच उचित दूरी रहे और संक्रमण ना फैले। जेईई की परीक्षाये पहले की तरह कम्प्यूटर सेन्टरो पर तथा नीट की परीक्षाये सीबीएससी स्कूलों पर करायी जायेगी। तथा इस बात का ख्याल रखा जायेगा की छात्रो के बीच एक-एक सीट की गैंपित हो।
क्या कहना हैं, छात्रो का इस विषय पर -
छात्रो द्वारा लगातार परीक्षाओँ की तारीख को आगे बढ़ाने की बात कही जा रही हैं, उनका कहना हैं, कि जब संक्रमण बहुत कम था। तब परीक्षा की तारीखो को आगे बढ़ा दिया गया था। लेकिन इस समय तो भारत में संक्रमण बहुत अधिक फैल चुका हैं, तब सरकार द्वारा परीक्षाओ का कराया जाना बच्चो की जान को खतरे में डालने के समान हैं। तथा बहुत सी ऐसी जगहे हैं, जहाँ पर लगातार बारिश और बाढ़ के कारण परिवहन की भी समस्या हैं। ऐसे में छात्र एक स्थान से दूसरे स्थान कैसे जा पायेगे।
क्या कहना हैं, इस पर विशेषज्ञो का -
कई लोगो का तो कहना है, कि सरकार को परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ा देना चाहिए। लेकिन उसी में कई विशेषज्ञो का कहना हैं, कि कबतक ये महामारी खत्म होगी। ये कहना मुश्किल हैं, ऐसे में छात्रो को परिस्थिती के अनुसार खुद को ढ़ाल लेना चाहिए। क्योकि जितना छात्र डरेगे उतना ही उनकी इम्यून्टी कमजोर होगी। इसलिए सकारात्मक सोच के साथ इन परीक्षाओ को दे यही उनके लिए अच्छा होगा।
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