उत्तर प्रदेश में स्थित कुशीनगर जिसका पहले नाम कसया बाजार था। कुशीनगर एक ऐतिहासिक स्थान है। अगर हम कुशीनगर के इतिहास की बात करे तो यहाँ का इतिहास बहुत ही समृद्ध और गौरवपूर्ण रहा है। कुशीनगर अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन जाने पर लोग यहाँ के इतिहास को यहाँ आकर देख पायेगे। तथा देश-विदेश में कुशीनगर का इतिहास हमारी भारतीय सभ्यता को और लोकप्रिय करेगा।
इतिहास की बहुत-सी घटनाये इस जगह से जुड़ी हुई है। लेकिन यह स्थान सबसे ज्यादा गौतम बुद्ध जो की बौद्ध धर्म के स्थापक थे। उनके महापरिनिर्वान की वजह से आज भी काफी लोकप्रिय है। यहाँ पर और भी बहुत से गौतम बुद्ध के मंदिर है। जिसकी वजह से ये एक अर्न्तराष्ट्रीय पर्यटन स्थल है। दुनिया-भर से हर साल बड़े तादात में यहाँ बौद्ध धर्म से जुड़े अनुनायी आते है। गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वान स्थान की वजह से बताया जाता है, कि यहाँ बौद्ध पूर्णिमा के दिन एक माह का मेला भी लगता है।
इसी वजह से यहाँ काफी समय से इंडियन गर्वमेन्ट से कुशीनगर एयरपोर्ट को अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा देने की माँग की जा रही है।
कुशीनगर एयरपोर्ट कब चालू होगा -
उत्तर-प्रदेश के कुशीनगर जिले में गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वान स्थान होने की वजह से यहाँ पर दुनिया-भर से बौद्ध अनुनायी भ्रमण करने आते है। और यहाँ अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट ना होने की वजह से उन्हें काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से कुशीनगर एयरपोर्ट को अन्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा देने की माँग लम्बे समय से हो रही है।
आखिरकार 24 जून दिन बुधवार को केन्द्र सरकार ने इसे अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट की मजूंरी दे दी। जिसकी जानकारी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ जी ने ट्वीट करके दिया। और इसके लिए उन्होने केन्द्रसरकार का आभार भी प्रकट किया।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ओपनिंग डेट -
उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ जी ने बताया है, कि कुशीनगर एयरपोर्ट के लिए उन्होंने 2019 में ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ एक एमओयू भी साईन कर चुके है। इसके लिए उन्होने 590 एकड़ जमीन भी पहले से ही खरीद ली है। बताया जा रहा है कि कुशीनगर एयरपोर्ट को बनाने में 190 करोड़ से भी ज्यादा का खर्चा आ सकता है।
बताया जा रहा है, कि कुशीनगर एयरपोर्ट के लिए 12 गांवो के लोगो ने अपनी जमीने दी है। तथा वहाँ के वे किसान जिन्होने अपनी जमीने दी है। उनको 185.25 करोड़ रूपये तक मुआवजे के तौर पर दिये जा चुके हैं। लेकिन अभी भी 6 गाँवो के किसानो का मुआवजा देना बाकी है। 2012 से ही इसका निर्माण कार्य शुरू था। लेकिन इसे अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा नहीं मिला था। और विधानसभा का चुनाव आने की वजह से कार्य बीच में ही रोक दिया गया था।
लेकिन योगी सरकार ने कुशीनगर एयरपोर्ट को अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिलाकर काफी सराहनीय कार्य किया है। बारिश की वजह से इसके निर्माण कार्य में देरी हो सकती है।
कुशीनगर एयरपोर्ट पर कौन-कौन से कार्य हो चुके है -
कुशीनगर एयरपोर्ट पर काम 2012 से ही कार्यरत था। लेकिन चुनाव आने की वजह से पिछली सरकार ने काम रोक दिया था। फिर योगी सरकार ने कुशीनगर एयरपोर्ट का बाकी काम कराया। अभी तक कुशीनगर एयरपोर्ट पर 3200 मीटर लम्बी और 45 मीटर चौड़ी रनवे सड़क का निर्माण कराया जा चुका है। यहाँ पर अप्रन, शोल्डर, अप्रोच रोड़ और भी रनवे से जुड़े कार्य हो चुके है।
लेकिन बताया जा रहा है कि लगभग 23-24 मीटर अभी भी बाउंड्रीवार कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। और कुशीनगर एयरपोर्ट से जुड़े गाँवो की पत्रवाली कार्य अभी भी अधूरा है। ऐसे ही बहुत से कार्य अभी भी अधूरे है। जैसे- एयर ट्रैफिक कंट्रोल व कंट्रोल रूम, पुलिस सब स्टेशन, गार्ड रूम और भी बहुत से कार्य अभी पूर्ण नहीं है, इनपर कार्य चल रहा है।
कुशीनगर एयरपोर्ट पर लाइंटिक इंस्टालेशन और केबिलंग का कार्य भी पूर्ण नहीं हुआ है।
कब तक शुरू होगीं उड़ाने -
कुशीनगर एयरपोर्ट से जुड़े कार्य को लेकर वहाँ के एसडीएम कसया देश दीपक सिंह ने बताया कि कोविड-19 की वजह से कार्य में देरी हो रही है। और बारिश की वजह से भी अभी तक कार्य रोक दिया गया है। कुशीनगर एयरपोर्ट से कुशीनगर तक की सड़क के कार्य के लिए आवश्यक बजट सरकार के द्वारा दे दिया गया है।
उन्होंने बताया की किसानो का बकाया हुआ पैसा भी जल्द ही दे दिया जायेगा। तथा कुशीनगर एयरपोर्ट पर कार्य जल्द ही पूरा हो सकेगा और नवम्बर तक यह कार्य पूर्ण हो सकता है।
कुशीनगर में अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन जाने से रोजगार में वृद्धि -
योगी सरकार ने कहा है कि कुशीनगर एयरपोर्ट को अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिल जाने की वजह से यहाँ पर दुनिया-भर से बौद्ध-धर्म से जुड़े पर्यटक यहाँ भ्रमण करने आयेगे। जिसकी वजह से यह एक काफी विकसित पर्यटक स्थल बन जायेगा। और यहाँ आस-पास के गाँव से जुड़े लोगो को रोजगार भी मिलेगा। उनके रोजगार में वृद्धि भी होगी।
उत्तर-प्रदेश में गौतम बुद्ध से जुड़े 6 धार्मिक स्थान है। जो कुशीनगर के 200 किलोमीटर के अन्तर्गत ही आते है। जैसे- लुम्बनि गौतम बुद्ध का जन्म स्थान, कपिलवस्तु, सारनाथ जहाँ बुद्ध भगवान को ज्ञान प्राप्त हुआ। बोधगया भी वहाँ से ज्यादा दूर नहीं है। इसी बात से आप अनुमान लगा सकते है। कि वहाँ पर रहने वाले लोगो के लिए योगी सरकार ने रोजगार की कितनी बड़ी सौगात दी है।
अभी तक उत्तर-प्रदेश में तीन अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट लखनऊ, वाराणासी औऱ नोएडा ही थे। लेकिन कुशीनगर एयरपोर्ट बन जाने की वजह से चार अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट हो जायेगे।
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