Kurmagram / Vedic Village in India / जहाँ इस समय हर एक गाँव में बिजली से लेकर इंटरनेट व टीवी हर एक सुविधा मौजूद हैं। तो वहीं एक ऐसा गाँव हैं जहाँ आज भी लोग वैदिग जीवन जीते हैं। यहाँ पर बिजली, इंटरनेट व टीवी तथा किसी प्रकार के इलेक्टिक आइटम नहीं हैं।
Kurmagram Village-
इस गांव का नाम है कुर्माग्राम, जो आईटी हब कहे जाने वाले आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में स्थित हैं। शहर से करीब 6 किलोमीटर दूर. विदेशियों के लिए तो पर्यटन स्थल जैसा हैं। यहाँ पर घर नौवीं शताब्दी के भगवान शअरीमुख लिंगेश्वर मंदिर की तर्ज पर बने हुए हैं। यहाँ पर कुल 14 परिवार के लोग रहते हैं। तथा इसके अलावा यहाँ पर विदेशियों का भी आना-जाना रहता हैं।
किसी पर आश्रित नहीं यहाँ के लोग-
बता दे कि यहाँ के लोगो की सुबह साढ़े तीन बजे ही शुरू हो जाता है और शाम साढ़े सात बजे तक लोग सो जाते हैं। ये लोग जो सब्जियाँ खाते हैं वो खुद ही उगाते हैं। तथा गाय पालते हैं और इसका दूध आहार में शामिल करते हैं और गोबर से उपले बनाकर चूल्हा जलाकर उसपर खाना पकाते हैं। यहाँ तक ये लोग जो कपड़े पहनते हैं वो भी ये लोग स्वंय ही बुनते हैं।
यहाँ लोग गीता के अनुसार जीते हैं-
रिपोर्ट्स की माने तो यहां गुरुकुल के मुखिया नातेश्वर नरोत्तम दास का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने भगवत गीता में जो बताया है, उसी पर वे लोग जीवन जीते हैं। तो इस गांव के राधा कृष्ण चरण दास तो पढ़ाई के बाद आईटी में जॉब कर रहे थे, लेकिन कृष्ण की भक्ति में उन्होंने जॉब छोड़ दी और यहाँ शिक्षक बन गए।
सारे विषयों की पढ़ाई होती है. गणित, विज्ञान, संस्कृत, तेलुगु, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, कला व अन्य तथा इसके अलावा आरती व मन्त्रो का भी ज्ञान दिया जाता हैं। यहाँ धूमधाम से गोवर्धनपूजा होती हैं।