Mahatma Gandhi Murder Case / Mahatma Gandhi Death Anniversary / Martyrs Day / आज के ही दिन नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को महात्मा गाँधी की हत्या कर दी थी। बापू की हत्या के बाद से पूरे देश समेत दुनिया भर में शोक छा गया था। लेकिन क्या आपको पता हैं कि गाँधी जी की हत्या करने करने के बाद नाथूराम गोडसे के साथ क्या हुआ।
Mahatma Gandhi Murder Case-
महात्मा गाँधी की हत्या के समय नाथू राम गोडसे ने बापू को प्रणाम किया और उसके बाद उनपर गोलियाँ चला दी।और बापू कहारते हुए गिर पड़े। लेकिन जब अदालत में नाथू राम गोडसे से इसपर सवाल पूछा गया कि उसने कहा कि वो गाँधी जी को दो गोलियाँ मारने वाला था। लेकिन उससे तीन गोलिया चल गयी। लेकिन जाँच पड़ताल के बाद गाँधी जी के शरीर में चार गोलियाँ पाई गयी। तो वहीं पास में मौजूद एक विदेशी पत्रकार का कहना था कि उसने चार गोलियों की आवाज सुनी थी। नाथू राम गोडसे ने गाँधी जी की हत्या बैरेटा पिस्तल से की थी। जो M1934 बैरेटा पिस्टल का सीरियल नंबर 606824 था। यह पिस्टल इटली की सेना को सप्लाई किया जाता हैं।
नाथूराम गोडसे की मृत्यु कैसे हुई-
गाँधी जी की हत्या करने के बाद जेल में बंद कर दिया गया। जहाँ नाथूराम से मिलने गाँधी जी के बेटे देवदास जेल में गए तब उन्होने नाथूराम से पूछा कि उन्होने गाँधी जी कि हत्या क्यो कि उन्होने बताया कि इसके पीछे राजनीति वजह बताई गई थी। 15 नवंबर 1949 को एक अन्य षडयंत्रकारी नारायण आप्टे को फांसी दी गई थी। नाथूराम गोडसे की फांसी के बाद शव परिजनो को नहीं दिया गया। घाग्घरा नदी के किनारे जेल अधिकारियों द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया गया।
गाँधी जी के बेटे से नाथूराम ने पूछा तुमने ऐसा क्यो किया
नाथूराम गोडसे से मिलने जब गाँधी जी के बेटे देवदत्त जेल में गए और उन्होने पूछा कि तुमने ऐसा क्यो किया तब नाथूराम ने बताया कि अदालत में उसे अपना पक्ष रखने के लिए पुलिस ने समय नहीं दिया। नाथूराम ने अदालत में बयान दिया जिसपर अदालत ने पाबंदी लगा दी। गाँधी जी की हत्या से संबंधित अभी भी बहुत से ऐसे राज हैं जिसका जवाब अभी तक किसी को नहीं मिल पाया हैं। जिसको लेकर कई लोगो द्वारा सवाल उठाया जा चुका हैं।