Navratri 2020; इस बार शारदीय नवरात्रि 2020 की शुरूआत 17 अक्टूबर से शुरू हुआ हैं। लेकिन इस बार लोगो के मन में इस बात को लेकर काफी दुविधा हैं, कि वह सप्तमी, अष्टमी, नवमी व दशहरा किस दिन मनाये। जैसा की जानते हैं, कि कई बार सप्तमी, अष्टमी व नवमी यानि दो तिथियां एक साथ पड़ जाती हैं,चलिए हम आपको इसके बारे में बताते हैं।
कब मनायी जायेगी सप्तमी व अष्टमी-
हमारे यहाँ पंचाग के अनुसार तिथियाँ मनायी जाती हैं, और पंचाग में दी हुई तिथियाँ अंग्रेजी कलेंडर के अनुसार 24 घंटे की नहीं होती हैं। कभी-कभी एक ही दिन दो तिथियाँ पड़ जाती हैं, इस बार शारदीय नवरात्र 2020 पंचाग के अनुसार सप्तमी तिथि 23 अक्टूबर दिन शुक्रवार को 12 बजकर 09 तक ही रहेगा। और अष्टमी तिथि 24 अक्टूबर यानि दिन शनिवार को 11 बजकर 27 मिनट तक रहेगी
कब हैं,नवमी तिथि व दशहरा-
नवमी तिथि की शुरूआत हो जाएगी और नवमी तिथि 25 अक्टूबर दिन 11 बजकर 14 मिनट तक ही रहेगी इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जायेगी जो कि दिन सोमवार यानि 26 अक्टूबर को 11 बजकर 33 मिनट तक ही रहेगी। इसलिए इस बार विजमदशमी का पर्व 25 अक्टूबर को ही मनाया जायेगा।
कन्या पूजन कब करे-
शारदीय नवरात्र 2020 में कन्या पूजन का सही समय 24 अक्टूबर को हैं, क्योकि इस बार महाअष्टमी व महानवमी दोनो ही एक ही दिन पड़ रहा हैं, इसलिए शनिवार के दिन कन्या पूजन करना सही रहेगा।
कब करे मूर्ति-विसर्जन-
जैसे की इस बार दशहरा भले ही 25 अक्टूबर को मानाया जा रहा हो लेकिन इस माता रानी की प्रतिमा के विसर्जन का सही दिन 26 अक्टूबर को होगा। सुबह 6 बजकर 29 से लेकर सुबह 8 बजकर 43 मिनट तक ही मूर्ति विसर्जन का सही समय हैं। इसलिए इस समय ही माता रानी की प्रतिमा को विसर्जित कर देना सही रहेगा।
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