Phone Charger in Socket / आपने अक्सर देखा होगा कि लोग मोबाइल फोन चार्ज करके उसका चार्जर सॉकेट में लगाकर स्विच ऑन करके भूलकर चले जाते हैं। लोगो को लगता हैं कि इससे बिजली का बिल नहीं उठेगा। लेकिन क्या ऐसा होता हैं मोबाइल फोन के चार्जर को सॉकेट में लगाकर छोड़ देने से बिल नहीं उठता हैं।
Phone Charger in Socket (मोबाइल चार्जर सॉकेट में लगने पर बिल खाता हैं)-
बहुत ही कम लोग ही होंगे जो मोबाइल फोन का चार्जर सॉकेट में लगाने के बाद मोबाइल निकालने के बाद निकालते होंगे। नहीं तो ज्यादातर लोग सॉकेट में ही लगा हुआ छोड़ देते हैं। एनर्जी सेविंग ट्रस्ट के अनुसार, प्लग-इन किया गया कोई भी स्विच ऑन चार्जर बिजली का प्रयोग करते रहते हैं। भले ही उससे आपका डिवाइस कनेक्टेड हो या ना हो। गौरतलब हैं कि इससे न केवल बिजली की मात्रा में केवल कुछ यूनिट खर्च होते हैं। जबकि इस चार्जर की लाइफ को भी धीरे-धीरे कम कर देता हैं।
खराब होगी फोन की बैटरी-
इससे आपके फोन की बैटरी भी खराब होती हैं। इसलिए फोन को थोड़ी-थोड़ी देर में चार्ज नहीं करना चाहिए। एक्सपर्ट की माने तो फोन बेटरी के लिए कम से कम 40-80 रूल को फॉलो करने के लिए कहा जाता हैं। ऑप्टिमाइज बैटरी लाइफ के लिए आपके फोन की बैटरी कभी भी 40 प्रतिशत से कम व 80 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा लोग कई बार फोन को अलग-अलग चार्जर से चार्ज करते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से किसी भी बैटरी के लिए अच्छा नहीं होता हैं। इसलिए फोन को हमेशा ओरिजिनल चार्जर से ही चार्ज करने की सलाह दी जाती हैं।