दिल्ली में बीते दिन हुए रिंकू शर्मा हत्याकांड को लेकर का पक्ष पीड़ित परिवार की तरफ से रखा जा रहा है। उससे यह मामला एक नया ही मोड़ लेता जा रहा है। लेकिन इस मामले में पुलिस परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोपों से उलट अपना अलग पक्ष रख रही है। जहा मृतक रिंकू शर्मा के परिजन इस मामले को धर्म से जोड़ रहे है। वही दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में इसे आपसी विवाद से जुड़ा बता रही है।
रिंकू शर्मा के परिजनों का पक्ष -
मृतक रिंकू शर्मा की हत्या 10 फरवरी को हुई थी। 10 फरवरी की रात आरोपी ने देर रात गोविंदपुरी स्थित रिंकू शर्मा के घर में घुसकर चाकू मारकर उनकी हत्या कर दी। लेकिन जबसे इस मामले पर मृतक के परिजनों ने इस हत्याकांड के पीछे की वजह रिंकू शर्मा के राम मंदिर को लेकर चंदा मांगने को बताया है। आपको बता दे की रिंकू शर्मा बजरंग दाल के एक सक्रीय सदस्य था तथा परिजनों की मांगे तो वह राम मंदिर निर्माण को लेकर वह चंदा जमा करने के काम में भी सम्मिलित था।
पुलिस का पक्ष -
रिंकू शर्मा हत्याकांड पर उनके परिजनों के द्वारा दिए गए बयान से सोशल मीडिया पर काफी बवाल देखने को मिला। कई लोगो ने इस मामले को धर्म से जुड़ा बता रहे है। जबकि कई पुलिस की थ्योरी को सही बता रहे है। इस मामले को लेकर पुलिस ने अपने बयान में इसे व्यापार से जुड़े विवाद को बताया। DCP चिन्मय बिस्वाल ने पाने बयान में कहा की रिंकू शर्मा हत्याकांड को धर्म से जुड़ा होने की बात पर कोई स्पष्टता नहीं दी। उनका कहना है की यह मामला पूरी तरह से व्यापार से जुड़े विवाद के कारण हुआ है। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में इस मामले बताया की इस विवाद की शुरुवात एक बैरथड़ै पार्टी से हुई।
पूरी घटना -
10 फरवरी की रात रिंकू शर्मा कीइस बर्थडे पार्टी में आरोपियीं से बहस हो गयी थी। बहस की वजह एक रेस्ट्रा के बंद होने को बताया जा रहा है। जिसके बाद रिंकू शर्मा बर्थडे पार्टी से अपने घर आ गया। इसी विवाद को लेकर आरोपी फिर से रिंकू शर्मा के घर आये। जहा घर के बहार ही रिंकू और उसका भाई मौजूद था। घर के सामने ही बहस के दौरान विवाद बढ़ने पर आरोपिये ने रिंकू को चाकुमारकर घायल कर दिया जिससे इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।
रिंकू शर्मा हत्याकांड ऐसी ही खबरे और देश व विदेश से जुड़ी जानकारी पाने के लिए हमारे साइट जागरूक हिन्दुस्तान से जुड़े तथा हमारे फेसबुक और ट्वीटर अंकाउड को फालो करके हमारे नये आर्टिकल्स की नोटिफिकेशन पाये।