उत्तर-प्रदेश के हाथरस में एक बार फिर हैवानियत की सारी हदे पार करने वाला मामला सामने आया हैं। आपको बता दे कि 22 साल की युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद हैवाने उसकी जीभ काट दी और इसके बाद पीडिता का गला दबा कर मारने की कोशिश भी की। जिसके बाद युवती 15 दिनो तक जिंदगी और मौत के बीच लड़ती रही तथा आज युवती ने दम तोड़ दिया। तथा इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आयी हैं। उत्तरप्रदेश के हाथरस में दुष्कर्म -
क्या हैं, पूरा मामला-
उत्तरप्रदेश के हाथरस में दुष्कर्म निर्भया जैसा मामला सामने आया। जिसने मानवजाति को शर्मशार कर दिया हैं। हारथस में एक युवती जिसकी उम्र 22 साल थी। वो अपनी माता के साथ खेतो में घास काटने के लिए गयी थी। युवती की माँ आगे बढ़ गयी जिसके बाद वही के चार युवको ने लड़की के गले से दुप्पट्टा खीसते हुए ले गये। जिसके बाद युवती के हाथ-पैर बाँधकर उसके साथ गैंगरैप किया। जब युवती ने इसका विरोध किया तो उन हैवाने ने उस युवती के जीभ काट दिया उन हैवानो ने क्रूरता की सारी हदे पार करते हुए युवती का गला दबा दिया।
पीड़िता की माँ ने जब लड़की को आवाज लगायी और लड़की ने आवाज नहीं दी तो वो पीछे गयी तो उन्होेने अपनी बेटी को वहाँ नग्न अवस्था में देखा था जिसके बाद उन्होने अपनी बेटी को साढ़ी से ढ़का तथा जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उस समय उन्होने बताया कि उनकी बेटी की जीभ कटी थी और रीढ़ की हड्डी भी टूटी हुई थी। उसके बाद वो लोग अपनी बेटी को पुलिस स्टेशन ले गये थे।
पुलिस द्वारा लापरवाही -
उसके बाद 19 सिंतबर को जब पीड़िता थाने में रिपोर्ट लिखाने गयी तो पुलिस ने भी बेशर्मी की सारी हदे पार कर दी। और उससे घटना की पूरी जानकारी बताने को कहा। वो पीड़िता इस तरह से डरी और बेहोशी की हालत में थी, कि वो घटना के बारे में बता नहीं पायी।
जिसके बाद 22 सिंतबर को फिर से विवेचक ने जेएन मेडिकल कॉलेज में पहुचँ कर पीड़िता का बयान दर्ज किया। पीड़िता ने इशारो-इशारो में ही अपने साथ हुए घटने की जानकारी पुलिस को दी।
पीड़िता के बयान दर्ज कराने के बाद पुलिस ने बताया कि उन्होने घटना के आरोपी एक युवक जिसका नाम संदीप को गिरफ्तार कर लिया था। उन्होने बाकी आरोपियो रामू, लवकुश और रवि को भी गिरफ्तार कर लिया हैं।
लेकिन जब आज पुलिस अधिकारी से पूछा गया तो उन्होने कहा कि अभी जाँच की जा रही हैं, कि मामला गैगरैंप का हैं, या नहीं जिसके बाद पुलिस की भी कार्यवाही पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। हथरस के एसपी ने कहा कि ये रेप नहीं हैं। और यहाँ तक कहा कि युवती की जीभ नहीं काटी गयी थी। जबकि पीड़िता की माँ का कहना हैं,कि उनकी बेटी के साथ दुषर्कम हुआ हैं। और उसकी जीभ कटी हुई थी और हड्डियाँ भी टूटी हुई थी।
क्या आया मेडिकल रिपोर्ट में-
यह घटना 14 सितंबर की थी। जिसके बाद पीड़िता को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जिसके बाद पीड़िता की जब मेडिकल रिपोर्ट आयी तो उसमें जीभ तो काटने की बात तो पहले ही पता थी। रिपोर्ट में पीड़िता की गर्दन टूटने की भी बात सामने आयी हैं। जबकि हरथस के एसपी द्वारा रेप और जीभ ना कटे होने की बात से इंकार कर दिया गया हैं। जो काफी शर्मनाक बयान हैं, बिना जाँच के ही एसपी ने ऐसा बयान दिया।
लोगो का कहना हैं, कि उन लड़को द्वारा पहले भी ऐसी हरकते की जा चुकी हैं। तथा पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की।
बीते वर्षो में अभी तक रेप मामले में केवल चार युवको को ही फांसी दी गयी हैं। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर यूपी सरकार पर सवाल खड़े कर दिये हैं। यूपी में इससे पहले भी उन्नाव में गैगरेप करने के बाद पीड़िता को जलाने का मामला सामने आया था। सवाल यही हैं, कि कबतक ऐसे ही मामले सामने आते रहेगे। कबतक बेटियों के साथ ऐसी ही हैवानियत होती रहेगी। सरकार ने अगर पहले ही इस पर कड़े कानून बना दिये होते तो शायद आज हाथरस में ये ना हुआ होता।
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