यूपी मिशन शक्ति; उत्तरप्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ द्वारा नवरात्रो में मिशन शक्ति चलाया जा रहा हैं। इसके तहत महिला उत्पीड़न मामले में आरोपियों को जल्द से जल्द सजा सुनाने और फाँसी देने की बात कही हैं। जिसके तहत दो दिनों के अंदर ही 14 आरोपियों को फाँसी व 20 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गयी हैं। यूपी मिशन शक्ति अभियान उत्तरप्रदेश में 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलाया जायेगा।
विस्तार-
उत्तरप्रदेश में आये दिन महिला उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से लगातार उत्तरप्रदेश सरकार व कानून पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी को मद्देनजर रखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्रो में मिशन शक्ति का अभियान चलाया हैं। इस अभियान के तहत महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़़न के खिलाफ आरोपियों को जल्द से जल्द सजा देने की बात कही हैं।
इस मिशन की तहत जिसके तहत अभियोजन निर्देशालय द्वारा कई मामलो में सजा सुनाते हुए 14 आरोपियों फाँसी की सजा व पाँच मामलो में 11 आरोपियों को उम्रकैद की सजा व आठ मामलो में 22 आरोपियों को उम्रकैद व जुर्माना देने की सजा सुनाया गया है।
अभियोजन निर्देशायल द्वारा अभी तक कितने मामलो में सजा सुनाई गयी-
अभियोजन निर्देशायल द्वारा यूपी मिशन शक्ति के तहत महिला उत्पीड़न मामले में चिन्हि्त मुकदमों में सजा सुनायी गयी हैै। जिसमें से 11 मामलों में 14 अभियुक्तों को फांसी की सजा आठ मामलों में 22 आरोपियों को उम्रकैद व जुर्माने की सजा तथा पाँच मामलों में 11 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनायी गयी हैं। महिला उत्पीड़न मामले में अभियोजन निर्देशालय नें 88 मामलों में 117 आरोपियों की जमानत तक खारिज कर दी गयी हैं। तथा इसके साथ ही साथ दो दिनों में 101 गुंडों को जिला बदर करा दिया गया हैं। ये सारे आरोपी महिला उत्पीड़न व बाल अपराधों से ताल्लुक रखते हैं।
क्या कहना हैं, उत्तरप्रदेश एडीजी का-
उत्तरप्रदेश एडीजी ने कहा हैं, कि महिलाओं व बाल उत्पीड़न में उत्तरप्रदेश नंबर वन राज्य बन चुका हैं, जो जल्द से जल्द इन मामलों में आरोपियों को सजा सुना रहा हैं। और ऐसा इसलिए भी हो पा रहा हैं, कि अब निर्देशालय द्वारा इन मुकदमों में जल्द से जल्द कार्यवाही की जा रही हैं।
लेकिन उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ अभी भी इस कार्यवाही से खुश नहीं हैं, वो महिला व बाल उत्पीड़न मामलों में और जल्दी ही आरोपियों को सजा देने की बात कह रहे हैं। ये इसलिए भी हो रहा हैं, क्योकि कुछ दिन पहले ही योगी सरकार हाथरस और बलरामपुर जैसे अन्य मामलो में विपक्ष के निशाने पर था। जिसकी वजह से योगी आदित्यनाथ पूरी कोशिश कर रहे हैं, कि यूपी में कानून इतना शख्त हो कि महिला और बाल उत्पीड़न में रोकथाम हो सके।
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